रविवार, 22 जून 2008

Barsaat

बरसात की एक रात, सारी रात हुई बरसात ,
एक बरसात की रात यूँ, बरसी थी बरसात.

वो दिन भी क्या दिन था, वो रात थी क्या रात,
तेरी याद मैं दिन रात , यूँ बरसी थी बरसात.

कैसे भूलूं वो लम्हा, कैसे भूलूं वो बात,
तेरे पहलु मैं दिन रात, बरसी थी बरसात.

भीगे थे तुम भी, भीगे थे हम भी,
न भीगे थे हम तुम, जब बरसी थी बरसात.

शनिवार, 22 मार्च 2008

Holi aayee re

होली है भई होली है बुरा न मानो होली है
लाल हरे और नीले पीले रंगो की रंगोली है 
हास्य व्यंग्य के साथ कहीं पे होती हँसी ठिठोली है
मीठे मीठे पकवानों के साथ भंग की गोली है
यार दोस्त के साथ कही तो कहीं साथ हमजोली है
स्नेह प्रीत के संग मौज का पाठ पढाती होली है
होली है भई होली है बुरा न मानो होली है !