रविवार, 22 जून 2008

Barsaat

बरसात की एक रात, सारी रात हुई बरसात ,
एक बरसात की रात यूँ, बरसी थी बरसात.

वो दिन भी क्या दिन था, वो रात थी क्या रात,
तेरी याद मैं दिन रात , यूँ बरसी थी बरसात.

कैसे भूलूं वो लम्हा, कैसे भूलूं वो बात,
तेरे पहलु मैं दिन रात, बरसी थी बरसात.

भीगे थे तुम भी, भीगे थे हम भी,
न भीगे थे हम तुम, जब बरसी थी बरसात.

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